किसान कवच – भारत का स्वदेशी एंटी-पेस्टीसाइड बॉडीसूट , Kisan Kavach – India’s Indigenous Anti-Pesticide Bodysuit




किसान कवच – भारत का स्वदेशी एंटी-पेस्टीसाइड बॉडीसूट

डॉ. जितेंद्र सिंह, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री, ने भारत का पहला स्वदेशी एंटी-पेस्टीसाइड बॉडीसूट 'किसान कवच' लॉन्च किया। इसे BRIC-inStem, बेंगलुरु द्वारा Sepio Health Pvt. Ltd. के सहयोग से विकसित किया गया है। इस सूट का उद्देश्य किसानों को पेस्टीसाइड्स के कारण होने वाले स्वास्थ्य जोखिमों से बचाना है। डॉ. जितेंद्र सिंह ने 'किसान कवच' को लॉन्च करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस दृष्टिकोण को भी बताया, जिसमें विज्ञान और प्रौद्योगिकी का उपयोग भारत के कृषि समुदाय को सशक्त बनाने के लिए किया जा रहा है।

मुख्य बिंदु:

नवाचार उद्देश्य
यह बॉडीसूट किसानों को हानिकारक पेस्टीसाइड्स के संपर्क से बचाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं जैसे श्वसन विकार, दृष्टि हानि और मृत्यु दर को रोकने के लिए मदद करेगा।

विकास
यह सूट BRIC-inStem, बेंगलुरु द्वारा Sepio Health Pvt. Ltd. के सहयोग से विकसित किया गया है। इसे जैव प्रौद्योगिकी विभाग (DBT) द्वारा समर्थन प्राप्त है।

मुख्य विशेषताएँ

  • धोने योग्य और पुनः उपयोग योग्य (1 साल तक)
  • उन्नत कपड़े की तकनीक पेस्टीसाइड्स को संपर्क में आते ही निष्क्रिय कर देती है।
  • ₹4,000 की कीमत, और उत्पादन को बढ़ाकर अधिक किफायती बनाने की योजना है।

वैज्ञानिक आधार
इस कपड़े में नूक्लियोफाइल का कपास से सहसंयोजन किया जाता है, जिससे पेस्टीसाइड्स को नूक्लियोफिलिक हाइड्रोलिसिस के माध्यम से निष्क्रिय किया जा सकता है। इस पर किए गए शोध के परिणाम Nature Communications में प्रकाशित हुए हैं (DOI: 10.1038/s41467-024-49167-3)।

महत्व

  • यह कृषि क्षेत्र में सुरक्षा की एक महत्वपूर्ण कमी को भरता है।
  • यह किसानों की स्वास्थ्य रक्षा करता है, जो भारत की कार्यबल का 65% बनाते हैं।
  • यह जलवायु-लचीले और टिकाऊ कृषि प्रथाओं को बढ़ावा देता है।

लॉन्च इवेंट
पहले बैच के 'किसान कवच' सूट किसानों को वितरित किए गए। इस अवसर पर डॉ. राजेश एस. गोखले (सचिव, DBT), डॉ. मनीषा इनामदार (निर्देशक, BRIC-inStem), और डॉ. अलका शर्मा (वरिष्ठ सलाहकार, DBT) उपस्थित थे।

सरकारी ध्यान

  • सरकार का ध्यान समाज के भले के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी के उपयोग पर है।
  • यह मोदी सरकार की BioE3 जैव-निर्माण नीतियों और भारत के बायोटेक क्षेत्र को समर्थन प्रदान करता है, जिसका लक्ष्य 300 बिलियन डॉलर की बायोइकोनॉमी का निर्माण करना है।

भविष्य की दिशा

  • इस सूट का पैमाना बढ़ाने और इसे और अधिक किफायती बनाने की योजना है ताकि इसकी उपलब्धता बढ़ सके।
  • यह भारत की कृषि नवाचार में स्थिति को मजबूत करेगा।

सारांश:
किसान कवच भारत का पहला स्वदेशी एंटी-पेस्टीसाइड बॉडीसूट है, जिसे किसानों के लिए पेस्टीसाइड्स से होने वाले स्वास्थ्य जोखिमों से बचाव के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह सूट उन्नत कपड़े की तकनीक से बनाया गया है जो पेस्टीसाइड्स को निष्क्रिय कर देता है, और इसे धोने के बाद एक साल तक पुनः उपयोग किया जा सकता है। इसका उद्देश्य किसानों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और कृषि क्षेत्र में टिकाऊ प्रथाओं को बढ़ावा देना है।


Kisan Kavach – India’s Indigenous Anti-Pesticide Bodysuit

Dr. Jitendra Singh, the Union Minister of Science and Technology, launched Kisan Kavach, India’s first indigenous anti-pesticide bodysuit. Developed by BRIC-inStem, Bangalore, in collaboration with Sepio Health Pvt. Ltd., the suit is designed to protect farmers from health risks caused by pesticide exposure. Dr. Jitendra Singh unveiled the suit in line with Prime Minister Narendra Modi's vision of leveraging science and technology to empower India’s agricultural community.

Key Highlights:

Innovation Objective
The bodysuit is designed to protect farmers from harmful pesticide exposure, addressing serious health issues such as breathing disorders, vision loss, and fatalities.

Development
The suit was developed by BRIC-inStem, Bangalore, in collaboration with Sepio Health Pvt. Ltd., and is supported by the Department of Biotechnology (DBT).

Key Features

  • Washable and reusable (up to one year).
  • Advanced fabric technology deactivates pesticides on contact.
  • Priced at ₹4,000, with plans for greater affordability through mass production.

Scientific Basis
The fabric involves the covalent attachment of nucleophiles to cotton, enabling pesticide deactivation through nucleophilic hydrolysis. Research findings were published in Nature Communications (DOI: 10.1038/s41467-024-49167-3).

Significance

  • Fills a critical safety gap in agriculture.
  • Protects the health of farmers, who make up 65% of India’s workforce.
  • Promotes climate-resilient and sustainable agricultural practices.

Launch Event
The first batch of Kisan Kavach suits was distributed to farmers. The event was attended by Dr. Rajesh S. Gokhale (Secretary, DBT), Dr. Maneesha Inamdar (Director, BRIC-inStem), and Dr. Alka Sharma (Senior Adviser, DBT).

Government Focus

  • Emphasis on using science and technology for societal good.
  • Supports the Modi government’s BioE3 policies and India’s biotech sector, targeting a $300 billion bioeconomy.

Future Outlook

  • Plans to scale up production and enhance affordability, making the suit more accessible.
  • Strengthens India’s position in agricultural innovation.

Summary:
Kisan Kavach is India’s first indigenous anti-pesticide bodysuit, designed to protect farmers from pesticide exposure. The suit is made with advanced fabric technology that deactivates pesticides on contact, and it can be reused for up to a year. The suit aims to ensure farmers' safety and promote sustainable agricultural practices, contributing to India’s agricultural innovation.




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